Tuesday, August 12, 2008

Tuesday, July 15, 2008

'रामचंद पाकिस्तानी' अ रही है!

ये फ़िल्म एक लड़के के जीवन की सच्ची कहानी पर आधारित है जिसमें वो ग़लती से भटकते हुए भारतीय सीमा में आ जाता है। ये पहला मौक़ा है जब कोई फ़िल्म भारत और पाकिस्तान में एक ही दिन एक साथ प्रदर्शित की जा रही है। इस फ़िल्म को आलोचकों ने भी खूब सराहा है।भारत और पाकिस्तान दोनों की संस्कृतियाँ समान होने के बाद भी, तीन युद्धों और राजनीतिक दुश्मनी ने दोनों मुल्कों के आम आदमी को एक दूसरे से बेहद दूर कर दिया है.पिछले दिनों एक और पाकिस्तानी फ़िल्म 'ख़ुदा के लिए' भी भारत में प्रदर्शित की गई थी जिसने काफ़ी वाहवाही बटोरी थी. लेकिन ये फ़िल्म दोनों देशों में एक साथ रिलीज़ नहीं हुई थी. और यही वजह है 'रामचंद पाकिस्तानी' के खास होने की क्योंकि ये सरहद की दोनों तरफ एक साथ एक ही दिन प्रदर्शित की जाएगी.

मुख्य भूमिका में नंदिता
इस फ़िल्म में मशहूर अभिनेत्री नंदिता दास मुख्य भूमिका में हैं. कई क्षेत्रीय और बॉलीवुड फ़िल्मों में काम कर चुकीं नंदिता ने बीबीसी को बताया कि उन्हें पाकिस्तान में काम करके अच्छा लगा.नंदिता का कहना है कि ये फ़िल्म भारतीय लोगों को पाकिस्तान के बारे में और ज़्यादा जानने में काफ़ी मददगार साबित होगी. उनका कहना था, "पाकिस्तान के लोग तो बॉलीवुड के ज़रिए भारत के बारे में बहुत कुछ जानते हैं लेकिन हम उनके बारे में ज़्यादा नहीं जानते."'रामचंद पाकिस्तानी' में एक आठ साल के बच्चे और उसके माता-पिता का चित्रण किया गया है. ये आठ साल का बच्चा ग़लती से सरहद पार करके भारतीय सीमा में आ जाता है और उसे जेल में डाल दिया जाता है.इस फ़िल्म के निर्माता हैं जावेद जब्बार जो कि पाकिस्तान के कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. जावेद जब्बार ने बताया कि रामचंद पाकिस्तानी कोई राजनीतिक फ़िल्म नहीं है बल्कि इसमें एक बच्चे और उसके मां-बाप का चित्रण किया गया है।
(कर्टेसी: दट्स हिंदी)